Wings ( पंख )

                                   Season 1. Story Number 1.


कहानी सुरु  होती है एक लड़के से  जो अपनी 12th की स्टडी पूरी होने के बाद वो काम के लिए इधर उधर भटकता रहता है पर उसे कोई काम नहीं मिलता नहीं है वो काम की तलाश  करता है क्युकी  वो एक मिडिल क्लास से बिलोंग करता था उसका नाम रोशन था उसके परिवार के पास और पैसे नहीं थे उसको आगे पढ़ाने   के लिए ! पर कहते है न जो होता है वो अच्छे लिए होता है वो अपने पसोडियो से बात करता है  कोई काम है बताना !
कुछ दिनों बाद उसके एक अंकल उसे एक काम के बारे में बताते है वो जगह उसके घर से कुछ दूर होता है
वो वहाँ पर बड़े ईमानदारी से काम करता है उसको वहाँ पर काम करते-करते 1 महीना हो जाता है कुछ दिनों बाद उसके साथ एक अजीब घटना  होती है एक दिन वो काम पर जा रहा होता है की उसे एक बूढ़ी औरत दिखाई देती है जिसके हाथ में भारी सामान होता है वो उसको नज़रअंदाज़ करने की कोसिस करता है क्यूकी उसको काम पर जाने में देर हो रहा होता है पर वो उसको नज़र अंदाज़ नहीं कर पता है आखिर कार वो उसकी मदद करने के लिए जाता जाता है उसके पास जा कर कहता है की दादी जी में आपकी कुछ मदद कर सकता हु ? बूढ़ी औरत हामी भर देती है रोशन अब उस बूढ़ी औरत का सामान उठाकर उसके घर की तरफ निकल पड़ता है उसका घर उस जगह से थोड़ी दूर पर था पर उसके घर की तरफ जाने वाला रास्ता काफी सुनसान था रोशन कभी उस रास्ते से नहीं गया था उसे अजीब सा लग रहा था पर वो बोल नहीं पा रहा था उस बड़ी औरत का घर एक समसान के पास था उसका घर समसान से लगी दिवार के सहारे था जो की एक झोपड़ी थी रोशन उसका सामान रख देता है उसके घर में और जाने लगता है वो औरत उसे रोकने की कोशिस करती है पर रोशन ये बोल कर चला जाता है की उसे काम पर जाने में  लेट हो रहा है वो औरत उसे जाने देती है वो काम पर जाता है तो उसका मालिक उसे डटता है उसके बाद वो काम में लग जाता है ! अब वो बूढ़ी औरत उसे रोज मिलती है और रोशन उसकी रोज मदद करने लगा था अब उससे भी अच्छा लगने लगा था पर इस कारण वो अपने मालिक से रोज डाट खाने लगा था पर उसे बुरा नहीं लगता था वो खुश था उसकी मदद कर के खुश था करीब एक महीने बाद एक दिन रोशन को वो बूढ़ी औरत नहीं दिखती है उसे थोड़ा अजीब सा लगता है पर वो इतना ध्यान नहीं देता है और काम पर चला जाता है ऐसे ही दो दिन गुजर जाते है पर वो औरत नहीं दिखती है वो काफी उदास हो जाता है फिर वो सोचता है उसके घर जाने के लिए सोचता है !
To Be Continuous


Thank you very much for reading

proverb-- जो होता है वो अच्छे लिए होता है


By--- Sarwar



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